Saturday, October 20, 2007

Happy Vijay Dashmi (in Chhattisgarhi): तीन मूढ़ी के रावण

विजय दशमी के पावन तिहार मोर कोति ले गाड़ा-गाड़ा भर सुभकामनाआज के दिन अब्बड़ खुसी के दिन हवेआज के दिन भगवान राम दस मूढ़ी के रावन के नास करे रहिस

आज के जुग रावन काला हे? सिरतोन गोठ ये हे, के आज के जुग के रावण के तीन मूढ़ हवेओखर पहिली मूढ़ बेरोजगारी हे; दूसर मूढ़ नशा हे; अउ तीसर मूढ़, हमर मन जेन नफरत होते, वो हेये तीन मूढ़ी के रावन हमन नौजवान मन बरबाद करत हे

ओखर भस्काये बर, हमन एक होना परहीजेन उत्साह के संग हमन नवरात्री माता के पूजा करथे, उहू उत्साह के संग अपन सरकार हमला कामबूता देबर मजबूर करे बर परही, जेकर हमन सम्मान के संग अपन जिनगी गुज़ारा कर सकननशा नास करे बर हमला प्रतिज्ञा करे परही के आज ले हमन चेपटी के चपेट नई आवनअउ जब हमन अपन-अपन मोहल्ले अब्बड़ बड़े ले रावण मारथे, उहू टाइम हमन अपन भीतर के नफरत खत्म करबो, ऐसन हमला संकल्प लेवन हवे

तभे जेन सपना हमर पुरखा मन हमर छत्तीसगढ़ राज बर देखे रहिस, ओला हमन साकार कर सकन

अमित जोगी
रायपुर, २०.१०.२००७

4 comments (टिप्पणी):

Atul said...

Bhaiya aap chhattisgarhi mein itna accha likh sakte ho aaj pata chala.
Very encouraging thoughts bhaiya.
Good work..
And Happy Dusshera to u too..

Sanjeet Tripathi said...

बने कहेस गा, संकलप तौ लेच बर परही , एक ठन बात अऊ हावय, तैं हा पतिया चाहे झन पतिया, आज के रावण के खाली तीने अकल मूड़ नई हे, ओखर तौ अऊ अब्बड़ अकन मूड हावय जईसे कि राजनीति घलोक हा ओखर एक मूड़ हरे फ़ेर भ्रष्टाचार घलोक हा एक अऊ मूड़ हरे
तईसने फ़ेर अऊ हावत।अऊ फ़ेर सब ले बड़े बात तौ ए हरय ना कि हमर सांसद अऊ विधायक मन हा तको त संकलप लेते जब संसद ऊ विधानसभा म जाथे तौ फ़ेर कतेक ओखर पालन करथे?
खाली संकलप ले ल का हो ही भैय्या।

ले फ़ेर बने बात कहेस ते हां अऊ खुसी त ए बात के घलोक हावय के तेहां हमर भाखा म लिखे हावस, तोला अऊ तोर झम्मो घरवाला मन ला घलोक गाड़ा गाड़ा सुभकामना रे भाई।

परभु हा सब्बो के दुख ल दुर करै, हारी-बीमारी दुरिहा भगावै!!

Anonymous said...

Maja Aage!

Unknown said...

संजीव भाई के गोठ ले मे सहमत हवं। परन दिन रवानभाटा म जब मोला रावण मारे बर मनखे बुलाय रहिस, त मे येहिच्च बात कहे रहेंव के आज के जुग म जोन अंधियार हमर छत्तीसगढ़ म छाये हे, ओखरे रावन जैसन दस ठन मूड़ी हवे।

बेरोजगारी, नशाखोरी अउ नफरत त विसेस रूप ले हमन युवा मन के ऊपर लागू होथे लेकिन एखरे अलावा सात अउ मूड़ी हवय : भ्रष्टाचार, ऊंच नीच अउ अमीरी गरीबी के भावना, असिक्षा, सोसन, अनेकतावाद, साम्प्रदायिकता अउ गरीबी।

जब ये दसों मूड़ी कटही, तभे हमर राज के अंधियार मिटही, अउ छत्तीसगढ़ के चारों डेरी उजियार हो जाही।

अमित

get the latest posts in your email. ताज़े पोस्ट अब अपने ई-मेल पर सीधे पढ़ें

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

DISCLAIMER. आवश्यक सूचना

1. No part of this Blog shall be published and/or transmitted, wholly or in part, without the prior permission of the author, and/or without duly recognizing him as such. (१. इस ब्लॉग का कोई भी भाग, पूरा या अधूरा, बिना लेखक की पूर्व सहमति के, किसी भी प्रकार से प्रसारित या प्रकाशित नहीं किया जा सकता.)
2. This Blog subscribes to a Zero Censorship Policy: no comment on this Blog shall be deleted under any circumstances by the author. (२. ये ब्लॉग जीरो सेंसरशिप की नीति में आस्था रखता है: किसी भी परिस्थिति में कोई भी टिप्पणी/राय ब्लॉग से लेखक द्वारा हटाई नहीं जायेगी.)
3. The views appearing on this Blog are the author's own, and do not reflect, in any manner, the views of those associated with him. (३. इस ब्लॉग पर दर्शित नज़रिया लेखक का ख़ुद का है, और किसी भी प्रकार से, उस से सम्बंधित व्यक्तियों या संस्थाओं के नज़रिए को नहीं दर्शाता है.)

CONTACT ME. मुझसे संपर्क करें

Amit Aishwarya Jogi
Anugrah, Civil Lines
Raipur- 492001
Chhattisgarh, INDIA
Telephone/ Fascimile: +91 771 4068703
Mobile: +91 942420 2648 (AMIT)
email: amitaishwaryajogi@gmail.com
Skype: jogi.amit
Yahoo!: amitjogi2001