Sunday, January 11, 2015

Goa 2015





Richa and I with Sandeep and Seema Sahu take-in Goa's less-populated northern beaches from the sea: this is us sailing the azure Arabian Sea aboard Sanjay Bhambri's newly-acquired catamaran. We start from the relatively calm Chapora before hitting choppy sea waters brimming with flying mackerels. After passing Morjim, Ashwem and Mandrem, we disembark atop a slightly-smelly fishing boat to land on the pristine shores of Arambol just in time to witness an almost perfect sunset!

2 comments:

  1. it seems ...it was a fentastic trip with lots of joy and happiness......

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  2. देश के प्रमुख उद्योग घरानों ने बैंकों से उद्योग स्थापित करने हेतु कई अरबों रुपयों का कर्ज लिया। 8 लाख करोड़ रुपये जो हमारे और आपके खून पसीने से कमाए टैक्स और विश्व बैंक से सभी देशवासियों पर स्वतः ही आरोपित कर्ज से दिए गए थे।
    hindi.webdunia.com/national-hindi-news/10-शीर्ष-उद्योग-घरानों-पर-अरबों-का-कर्ज-113081900110_1.htm

    मजे कि बात ये रही कि जिन बैंक मैनेजर्स को किसानों के फसल कृषि कार्य, युवाओं के खुद के व्यवसाय या किसी मजबूर इंसान के बेटी की शिक्षा/शादी के लिए लोन प्राप्त करने में पूरे जूते घिस जाते हैं, पैरों के तलवटों से खून रिसने लगता हो उसके बावजूद लोन है कि मिलता नही, पर ये बात भ्रष्टाचार में नित नए आयाम गढ़ने वाले राजनेताओं, उद्योगपतियों या उन बैंक के अधिकारियों पर लागू कहां होगी। जिन्होंने खुद का ईमान पैसों में तौल रखा है। इस घोटाले में राजनेताओं से लेकर, उद्योगपति और बैंक से जुड़े प्रमुख अधिकारियों की संलिप्तता साफ है ।

    प्रधानमंत्री जी ने हमेशा की तरह जल्दबाजी दिखाते हुए RBI को निर्देशित तो कर दिया कि आप वसूली प्रक्रिया शुरू करो। पर उसकी एवज में इन कम्पनीयों के कर्ता धर्ता ने अपने कर्मचारियों को निकालकर ये अरबों खरबों रूपये manage करने की नई रणनीति बनायी हुई है।

    इस परिस्थिति में देश का हर वो बेरोजगार युवा जो अपने बुजुर्ग माता पिता की देखभाल कर रहा था, जिसनें अपनी बहन की शादी के लिए कर्ज लिया, जो अपने बच्चों को पढ़ा रहा है उसके सामने आत्महत्या के अलावा कोई दूसरा उपाय तो बचता नही।

    मोदी जी आपको अपनी विलासिता पूर्ण जीवन से अगर फुर्सत मिल जाए तो थोड़ा समय निकाल के सोचियेगा, आपने चुनाव के समय अपनी चाय बेचने वाली लाचारी और माता जी के घरों में बर्तन साफ करने वाली बातों से जो भावुकता पूर्ण घड़ियाली आँसू बहाये उसने ही आपके प्रति लोगों में विश्वास पैदा किया। आपने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए कठोर निर्णय तो ले लिए लेकिन इससे न तो किसी उद्योगपति ने सुसाइड किया न किसी राजनेता ने नही ही किसी बैंक के उच्च अधिकारी जो इन सभी सांठ गाँठ में भागीदारी थे।

    भारत मे नए रोजगार का सृजन तो आप कर पा नही रहे, कम से कम कोई ठोस कदम इन कॉर्पोरेटियों पर भी लीजिये और रोजगार सम्बन्धी एक पुख्ता नियम बनाइये जिससे देश की प्रगति में शामिल एक भी युवा रोजगार न मिलने या रोजगार से बर्खास्त किये जाने से आत्महत्या को मजबूर न हो ।

    सादर,
    #आशीष_शर्मा

    #National_Company_Law_Tribunal (NCLT) #PMO #Narendra_Modi

    www.jantakareporter.com/india/techie-kills-self-pune/136389/

    https://www.google.co.in/amp/m.jagran.com/lite/uttar-pradesh/aligarh-city-15194912.html

    dainiktribuneonline.com/2017/02/नौकरी-से-निकाले-श्रमिक-ने/

    m.hindi.eenaduindia.com/States/North/Delhi/2016/07/12205319/Employees-suicide-in-Noida.vpf

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