Thursday, November 02, 2006

िहन्दी में पहली बार


मैं हितेन्द्र िसंह और अनूप साहा का आभारी हूं िजनके कारण आप इस ब्लॉग पर ये िलपी पढ़ पा रह हैं.

अमित जोगी

1 comment:

  1. मैं अमित जी का आभारी हूँ कि उन्होंने हिन्दी में लिखना आरंभ किया। आशा है कि उनका लेखन अब इस ब्लॉग के ज़रिये ज़्यादा प्रभावी और दूरगामी होगा।

    ब्लॉग शुभकामनाएँ !

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